छत्तीसगढ़ के विश्वविद्यालयों में एलएलएम की परीक्षा में बैक एटीकेटी का प्रावधान लागू करने की मांग को लेकर छात्र-छात्राएं विश्वविद्यालय में कुलपति से चर्चा करने पहुंचे, लेकिन डेढ़ घंटे इंतजार करने के बाद भी विश्वविद्यालय के कुलपति ना मिले ना ही विश्वविद्यालय के कुल सचिव मिले।
छात्र नेता अखिलेश साहू ने बताया कि पंडित रविशंकर विश्वविद्यालय, संत गहिमा गुरु विश्वविद्यालय सरगुजा, बस्तर विश्वविद्यालय और अनेक विश्वविद्यालय में एलएलएम की परीक्षा में बैक एटीकेटी का प्रावधान लागू है, लेकिन अभी तक हमारे विश्वविद्यालय में यह प्रावधान लागू नहीं हुआ है।
इस प्रावधान के नहीं होने से एलएलएम के छात्र-छात्राओं को पुनः सेमेस्टर की परीक्षा दिलाने पड़ती है, जिसमें एक वर्ष का इंतजार करना पड़ता है। इससे छात्र-छात्राओं का धनराशि एवं समय की हानि होती है और अधिकतर छात्र अपना अध्ययन बंद कर देते हैं।
छात्र नेता भूपेंद्र साहू ने बताया कि इस संबंध में छात्र-छात्राओं के द्वारा अनेकों बार विश्वविद्यालय को अवगत कराया जा चुका है, लेकिन विश्वविद्यालय छात्र/छात्राओं को विगत दो वर्षों से आश्वासन दे रही है, जिससे छात्र-छात्राओं में भारी आक्रोश उत्पन्न हो रहा है।
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