बिलासपुर/कोटा —
जीवधर्णी फाउंडेशन और बिलासपुर पुलिस के संयुक्त तत्वावधान में ग्राम पीपरतराई स्थित उच्चतर माध्यमिक विद्यालय में 'सियान चेतना' कार्यक्रम का सफल आयोजन किया गया। इस अभियान का मूल उद्देश्य बुजुर्गों के प्रति सम्मान, सुरक्षा, और समाजिक चेतना को जगाना था।
कार्यक्रम के मुख्य अतिथि एवं मुख्य वक्ता कोटा थाना प्रभारी टीआई टी. एस. नवरंग रहे। उन्होंने विद्यार्थियों को संबोधित करते हुए कहा:
"बुजुर्ग सिर्फ़ हमारे परिवार ही नहीं, समाज की थाती होते हैं। वे अनुभव का वो भंडार हैं, जिसे नजरअंदाज़ करना हमारी संस्कृति को कमज़ोर करना है।"
उन्होंने बच्चों को यातायात सुरक्षा, नशा मुक्ति, और साइबर अपराध जैसी समकालीन समस्याओं पर सारगर्भित जानकारी दी और उन्हें जागरूक नागरिक बनने की प्रेरणा दी।
प्रतिभाओं का सम्मान, संस्कारों का सम्मान
इस अवसर पर विगत वर्ष की वार्षिक परीक्षा में श्रेष्ठ प्रदर्शन करने वाले विद्यार्थियों को पदक एवं पुरस्कार प्रदान कर सम्मानित किया गया, जिससे छात्रों में उत्साह और जिम्मेदारी का भाव देखने को मिला।
नशे के खिलाफ उठी जन-जागरूकता की आवाज़
कार्यक्रम के बाद बच्चों ने नशे के विरुद्ध जागरूकता फैलाने हेतु ग्राम पीपरतराई की गलियों में रैली निकाली, जो समाज को स्पष्ट संदेश देती है कि "बदलाव की शुरुआत स्कूलों से होती है, और बच्चों से भी।"
कार्यक्रम में इनकी रही उल्लेखनीय उपस्थिति
कार्यक्रम में जीवधर्णी फाउंडेशन के अध्यक्ष विकास चंद्र वर्मा, मदन मोहन गुल्ला, राजा कौशिक, रेखा गुल्ला, आकांक्षा जानोकर, विद्यालय की प्राचार्य श्रीमती आभा जैन सहित कई शिक्षक व गणमान्य लोग मौजूद रहे।
"बुजुर्गों को सम्मान देना, सिर्फ़ परंपरा नहीं—हमारी सामाजिक जिम्मेदारी है। सियान चेतना जैसे अभियान इसी जिम्मेदारी को जीवंत करते हैं।"
0 Comments