बिलासपुर, सरकंडा |
सरकंडा पुलिस ने एक ऐसे चोर को गिरफ्तार किया है जो अपने पहनावे से ही यह जताने निकला था कि "चोरी करके वह अब खुश है!" जी हां, आरोपी उत्तम साहू उर्फ सिद्धू उस समय पुलिस के हत्थे चढ़ा जब वह “I'M HAPPY” छपी टीशर्ट पहनकर जेवर बेचने ग्राहक ढूंढ रहा था।
पुलिस को एक महीने पुरानी चोरी की जांच में यह "खुशमिजाज चोर" हाथ लगा, जो अपने एक नाबालिग साथी के साथ मिलकर एक महिला के घर से 10 हज़ार रुपये की चोरी कर चुका था।
चोरी की कहानी थोड़ी फिल्मी निकली...
17 जून को जब पीड़िता खुशबू जायसवाल दुकान चली गई, तो इन दोनों ने मौके का फायदा उठाकर घर में रखे पुराने ज़माने के जेवर और 2100 रुपए नगद लेकर उड़नछू हो गए। घर लौटने पर जब उन्हें टूटी आलमारी और बिखरे सपने मिले, तब जाकर रिपोर्ट दर्ज कराई गई।
सूचना मिली - "आई एम हैप्पी" टीशर्ट वाला सोना बेच रहा है!
एक माह बाद मुखबिर ने पुलिस को बताया कि एक युवक किसी ‘खास चमकदार सामान’ के साथ ग्राहक ढूंढ रहा है। पुलिस की टीम मौके पर पहुंची और देखा कि एक युवक बहुत ही आत्मविश्वास से 'आई एम हैप्पी' लिखा टीशर्ट पहनकर ऐसे टहल रहा है जैसे ज़िंदगी की सबसे बड़ी डील करने आया हो।
जब उससे पूछा गया कि खुश क्यों है तो जवाब मिला – “भइया, जेवर बिक जाएं तो मोबाइल भी ले लूंगा, पार्टी भी दूंगा।”
नाबालिग साथी भी निकला तेज़...
पूछताछ में सामने आया कि उसके साथ एक नाबालिग भी इस चोरी में शामिल था, जिसे पुलिस ने बाल सुधार गृह भेज दिया है। इधर ‘खुशी की टीशर्ट’ वाला सिद्धू अब न्यायिक हिरासत में है, लेकिन उम्मीद है कि अब वह “I AM THINKING” टीशर्ट पहनेगा... सोचेगा कि ये सब करने की जरूरत क्या थी?
पुलिस का बयान
थाना प्रभारी निलेश पांडे ने बताया, "आरोपी जब पकड़ा गया तो उसके चेहरे पर ग़म नहीं, बल्कि मुस्कान थी, और टीशर्ट देख कर तो हम भी दो मिनट को मुस्कुरा दिए। मगर उसके 'हैप्पी' मोमेंट को हमने कोर्ट रूम में बदल दिया।"
अगली बार कोई ‘आई एम हैप्पी’ टीशर्ट में दिखे, तो पहले उसका बैकग्राउंड चेक ज़रूर करें। क्योंकि आजकल खुशी भी संदिग्ध हो गई है।
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