"कोतवाली थाना क्षेत्र में अपराध नियंत्रण की चुनौती – बल की कमी बनी बड़ी वजह"


शहर का सबसे व्यस्त और बड़ा थाना क्षेत्र होने के बावजूद सिटी कोतवाली में पुलिस बल की भारी कमी लंबे समय से बनी हुई है। यह थाना न केवल मुख्य बाजार और भीड़-भाड़ वाले इलाकों को कवर करता है, बल्कि यहां ट्रैफिक प्रबंधन से लेकर रोजमर्रा के सैकड़ों मामलों में पुलिसकर्मियों की ड्यूटी रहती है।

हाल ही में एक मामले में कार्यवाही में देरी को लेकर पुलिस कप्तान द्वारा सस्पेंड और लाइन अटैच की कार्रवाई की गई थी। लेकिन हकीकत यह है कि बढ़ते अपराध और ट्रैफिक दबाव के बीच सीमित स्टाफ के कारण पुलिस को 24 घंटे सक्रिय रहना पड़ता है।

जनसंख्या और शहर का दायरा लगातार बढ़ रहा है, जबकि पुलिस बल की संख्या उसी अनुपात में नहीं बढ़ी है। नतीजतन, एक ही पुलिसकर्मी को कई मोर्चों पर ड्यूटी निभानी पड़ रही है—कभी गश्त, कभी ट्रैफिक, कभी कोर्ट पेशी और कभी कागजी कार्यवाही।

पुलिस विभाग का कहना है कि बेसिक कामकाज और आपात घटनाओं में समय का बड़ा हिस्सा चला जाता है, फिर भी उपलब्ध संसाधनों और स्टाफ के साथ पूरी मुस्तैदी से कानून-व्यवस्था बनाए रखने की कोशिश की जा रही है।

विशेषज्ञों का मानना है कि कोतवाली जैसे बड़े और संवेदनशील थाना क्षेत्रों में पुलिस बल की संख्या बढ़ाना न सिर्फ अपराध नियंत्रण बल्कि नागरिकों की सुरक्षा के लिए भी जरूरी है।

Post a Comment

0 Comments